15 करोड़ का “टारगेट बन” गया… “ठाकरे जी की” राजनीतिक “सुचिता” का विचार : संजय त्रिपाठी

             तो क्या इंदौर से आने वाले 5 वर्षों में 100 करोड़ जुटाए जाएंगें ?   

                   *सत्य से साक्षात्कार*

मध्य प्रदेश में भाजपा की आधारशिला रखने वाले स्व कुशाभाऊ ठाकरे भाजपा के भाजपा के “”पितामह”” भी माने जाते हैं… उन्होंने अपना पूरा जीवन “”सादे कुर्ते”” पजामे और एक झोला लेकर भाजपा के निर्माण को समर्पित कर दिया… “””उनके जैसे अनेक प्रचारकों की सादगी और समर्पण के चलते पूरे देश व प्रदेश में भाजपा खड़ी हो पाई””””— ठाकरे जी का सोच ही ऐसा था। नितांत पारदर्शी और ईमानदार संगठन के निर्माण के लिए संगठन की रोजमर्रा की गतिविधियों को चलाने के लिए कार्यालय व राजनीतिक आयोजन के खर्च को जुटाने के लिए कुशाभाऊ ठाकरे जी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं के समक्ष आजीवन सहयोग निधि का विचार प्रस्तुत किया… अपनी हैसियत के अनुरूप हर वर्ष समर्पित कार्यकर्ता वर्ष में एक बार निश्चित धनराशि संगठन को देने लगा।*
* ठाकरे जी की सोच थी… जो पैसा इकट्ठा होगा उसमें से आधा पैसा उस शहर के भाजपा संगठन को ….25% पैसा भाजपा के प्रदेश संगठन को और 25% पैसा भाजपा के राष्ट्रीय संगठन को जाएगा … शहर.. प्रदेश व देश के भाजपा संगठन के खर्च को चलाने के लिए स्वाबलंबी अनूठी प्रणाली काम करने लगी।*
* कांग्रेस से ठीक अलग भाजपा का यह प्रयास जनता में चर्चा का विषय बना और भाजपा की छवि एक अलग दल की बनी उस पुरानी भाजपा के दौर में कांग्रेस की तर्ज पर कार्यकर्ता रसीद कट्टे लेकर किसी व्यापारी .. उद्योगपति या आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्ति के पास आर्थिक सहयोग लेने नहीं जाते थे।*
* सत्ता की चासनी में लिपटी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी अब दीनदयाल उपाध्याय और कुशाभाऊ ठाकरे के मूल दर्शन के ठीक विपरीत… आचरण कर रही है।.*
* आज की नई पीढ़ी की नई भाजपा की सोच देखिए…. राजनीति में सुचिता का उदाहरण प्रस्तुत करने वाले कुशाभाऊ ठाकरे की 100 वी जयंती के नाम पर… इंदौर नगर व ग्रामीण संगठन को 15 करोड़ की वसूली का लक्ष्य दिया गया है.. हां आजीवन सहयोग निधि नहीं इसे समर्पण राशि नाम भी दे दिया गया है।..*
* वसूली शब्द मैंने इसलिए उपयोग में लिया है… क्योंकि भाजपा का छोटा .गरीब .मध्यमवर्ग और आर्थिक रूप से सक्षम कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ अपने कार्यकर्ताओं से संपर्क भी कर ले तब भी बिना “””सत्ता की ताकत का इस्तेमाल किए—” स्वेच्छा पूर्वक”””- “”शुद्ध अंतःकरण से””” यह राशि एकत्र नहीं हो सकती है।*
* हम जानते हैं कि हर साल भाजपा संगठन का सहयोग निधि का टारगेट बढ़ता है… इस साल अगर इंदौर 15 करोड़ भाजपा को देता है तो हर साल यह राशि बढ़ेगी 15 की 20 और 20 की 30 और 30 की 40 करोड़ होगी।* चाल चरित्र और चेहरे की बात करने वाला यह राजनीतिक दल *आने वाल 5 सालों का अनुमान में अपने इंदौर से 100 करोड़ से अधिक का पैसा कैसे जुटाया जाएगा ….भाजपा यह स्पष्ट करें*❓
*
* भाजपा के छोटे कार्यकर्ता जिस तन्मयता के साथ अपनी कमाई का एक हिस्सा अपनी विचारधारा व संगठन को देते थे.. वे सभी स्तब्ध हैं….?*
* पर 15 करोड़ कल्पना कीजिए कैसे एकत्रित होंगे यह आने वाले समय में इंदौर के व्यापारी व्यवसाय आर्थिक रूप से सक्षम लोग हमें बताएंगे।
* मैं स्वयं एक ऐसे वार्ड में गया जिसे 10 से 15 लाख रुपए एकत्रित करने का लक्ष्य दिया गया है। सुबह से शाम तक घूम कर वार्ड के कार्यकर्ता 20 हजार ही जुटा पाए 10-15 लोगों ने दो-चार दिन में राशि देने का वादा भी किया… इनमें अधिकांश भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं… कल्पना कीजिए भाजपा के सक्रिय और प्राथमिक सदस्यों को जोड़ दिया जाए तब भी यह राशि 30 -35 लाख नहीं कर पाएगी।*
* एक आर्थिक रुप से गरीब वार्ड के कार्यकर्ताओं ने बोला कि भाई साहब हमें तो 10 से 15 लाख का टारगेट दे दिया है…. वार्ड स्तर पर पर संगठन कभी यह नहीं बताता 10 बार इंदौर की सांसद रही श्रीमती सुमित्रा महाजन का क्या टारगेट है… भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय .. कृष्ण मुरारी मोघे .. सांसद विधायक महापौर परिषद के सदस्य क्या टारगेट है… सत्ता की मलाई खाने वाले अब तक विभिन्न पदों पर रहे पार्षद.. विधायक… निगम.. मंडलों के पद पर लाभ लेने वाले,,ida में आइडिया लगाकर पद पाने वाले… भाजपा के नाम पर करोड़ों पर कमाने वाले. बड़े नेताओं के साथ मैटर निपटाने वाले. कलाकारो का टारगेट मीडिया में नहीं छपा है।*

*भाजपा के ही कार्यकर्ताओं का कहना है कि ईमानदार जमीनी कार्यकर्ता इतना पैसा कैसे लाएगा– यह तो जोड़-तोड़ करने वाले मैनेजमेंट वाले कार्यकर्ता दबाव प्रभाव से पैसे इकट्ठे करके अपनी मोटी राशि की डायरी कार्यालय पर जमा करके फिर सत्ता के सभी पदों पर काबिज हो जाएंगे —और वर्षो से संघर्ष कर कर रहा कार्यकर्ता फिर खाली हाथ रह जाएगा❓*
* खैर कभी चंदा वसूली के खिलाफ बोलने वाली भाजपा के नेता अब अपने टारगेट पूरे करने में लगेंगे ?यह टारगेट कैसा पूरे होगा यह तो आने वाला समय बताएगा… अगर 15 करोड़ का टारगेट पूरा हो जाएगा तो अगले वर्ष बढ़ाकर 20 करोड़ होगा इस हिसाब से आने वाले 5 वर्षों में इंदौर से भाजपा 100 करोड कैसे लाएगी यह बताएं❓ यह पैसा कौन भाजपा को देगा और किस प्रकार आएगा –*❗
* पर इतना तो तय है कि कुशाभाऊ ठाकरे जी की स्वर्ण जयंती के नाम पर— कुशाभाऊ ठाकरे के सिद्धांतों:: जीवन मूल्यों और संगठन के कार्यकर्ता के चरित्र की हत्या आज की पीढी परिवर्तन वाली नई भाजपा नहीं कर रही है❓❓                   ( लेखक एक वरिष्ठ पत्रकार हैं, ये उनके अपने विचार हैं ) 

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